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खग्रास

"नही, कभी नही। लेकिन मै हीरो का व्यापार करता हू। उस सिलेसिले मे बहुधा मेरी भेट राजा महाराजाओ से हो जाती थी, पर अब वे सब बाते तो हवा हो गई।"

"क्यो? यह रानी साहिबा जो मोतियो का नेकलेस गले मे पहने है, वह दो लाख से कम कीमत का क्या होगा?"

"अच्छा! देखता हूँ आप भी अच्छे खासे जौहरी है। पर यह कीमत आपने खालिस नेकलेस की लगाई है या जिस गले मे वह पडा है, उसकी कीमत भी इसमे सम्मिलित है।"

जोरोवस्की ने हँसते हुई कहा--"जैसा आप समझे। लेकिन घोडी के साथ ही जीन की भी कीमत होती है।"

"बहुत खासे। समझ गया, आप है दिलफेक। मुझे ऐसे आदमी पसन्द है। कहिये तो आपकी इनसे मुलाकात करा दूं?"

"क्या हर्ज है। एक बार फिर उनके कीमती मोतियो को देखने का अवसर मिल जायेगा।"

"खैर देखा जाएगा। लीजिए, ये फिर इधर ही को आ रही है।" स्मिथ कुर्सी छोडकर उठ खडा हुआ। जोरोवस्की भी उठ खडा हुआ।

वह सुन्दरी जब निकट आई तो एक मधुर मुस्कान डालती हुई चलने लगी। स्मिथ ने जरा आगे बढकर कहा--"आप कुछ परेशान नजर आ रही है, क्या मैं कुछ आपकी सहायता कर सकता हूँ?"

"धन्यवाद। आपकी बडी कृपा है। बात यह है कि मेरे नौकर का पता ही नही लग रहा। न जाने कहाँ गायब हो गया है। मुझे यह चिट्ठी अभी डाक मे भेजनी है।"

"तो मुझे दीजिए, मै अभी पोस्ट कर पाता हूँ।"

"नही, नही, आप क्यो कष्ट करेंगे, न होगा तो मैं खुद"

अब जोरोवस्की ने आगे बढकर कहा--"मेरी बेअदबी माफ हो, यह सेवा मुझे करने की प्रतिष्ठा दीजिए।"

युवती हँस दी। उस हास्य मे उसके मोतियो को लजानेवाले दाँतो की बहार युवक की ऑखो मे चकाचौध मचा गई।