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खग्रास
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भाषण देकर मार्शल स्टालिन ने शीतयुद्ध की घोषणा की थी"—स्मिथ ने जरा आवेश मे कहा।

"जी नही। शीतयुद्ध सर विन्स्टल चर्चिल ने फर्वरी सन् १९४६ मे फुलटन मिसूसी मे शुरू किया था और उनके पीछे-पीछे अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रूमैन थे।" वैसे ही स्वर मे जोरोवस्की ने जबाव दिया।

"रूस के लोग यह क्यो समझते है कि अमेरिका युद्ध को चाहता है।" स्मिथ के प्रश्न पर जोरोवस्की कुछ कडा जवाब देना ही चाहता था कि भूदेव ने वातावरण को हल्का करने के लिए हँसकर कहा—"रूस के लोग समझते है कि अमेरिका गलत है और अमरीकी समझते है कि रूसी गलत है।"

"यह तो कुछ अच्छी धारणा नही है।" लिज़ा ने आहिस्ता से कहा "और इसी का यह परिणाम है कि दोनो राष्ट्र एक दूसरे को सन्देह की दृष्टि से देखते है और सहारक अस्त्रो के निर्माण मे होड बढ़ रहे है।"

इस पर स्मिथ उत्तेजित हो गया। उसने कहा—"इस अवसर पर मैं केवल यही कह सकता हूँ कि इतिहास मे सबसे बडे युद्धपोत तथा संसार के सर्वप्रथम अणुशक्ति चालित विमानवाहक जहाज का निर्माण अमेरिका कर रहा है जिस पर ३१ करोड बीस लाख डालर का व्यय होगा और इसका वज़न ८५ हजार टन होगा। यह जहाज ११०० फुट लम्बा बन रहा है तथा इसमे आठ आणविक भट्टियाँ लगाई जा रही है जो चार इन्जनो को चलायेगी। इसमे प्रचलित विमान-वेवी तोपो की जगह प्रक्षेपणास्त्र लगाए जा रहे है। आशा है कि यह जहाज सन् १९६१ मे निश्चित रूप मे अमेरिकन सैन्य को मिल जायेगा।"

इस पर जोरोवस्की ने बेपरवाही से कहा—"मिल जाय। उससे सोवियत रूस का कुछ नही बिगडेगा। हम अमेरिकन हवाई आक्रमणों से बचने के लिए ऐसी कार्यवाही कर रहे है जो सन् १९६१ से प्रथम ही प्रतिरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से इस कदर परिपूर्ण होगी और सब मौसमो मे काम करने वाले आधुनिकतम राडार और अणु आयुधो से सज्जित तथा विमानभेदी प्रक्षेपणास्त्रो से सयुक्त होगी। और तब हम जैसे अपने क्षेत्र मे बैठे हुए पृथ्वी के