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खग्रास


"जी हाँ, पाँच फुट लम्बे राकेट को तोप के द्वारा ३,००० मील प्रति घण्टा की रफ्तार से हवा में छोड़ा जाता है। सुई के आकार का यह राकेट हवा में २० मील की ऊँचाई तक पहुँच चुका है। सिल्वर-स्प्रिंग (मैरी लैण्ड) स्थित नेवल आर्डिनेन्स लैवेरेटरी के वैज्ञानिकों का यह कथन है कि मीटर-युक्त राकेटो की सहायता से यह अस्त्र काफी ऊँचाई तक पहुँच सकेगा। इन वैज्ञानिकों ने ही युद्ध में काम आने वाले इस राकेट को मौसम का पता लगाने के काम में प्रयुक्त किया था। इन वैज्ञानिकों ने यह भविष्यवाणी की थी कि इन राकेटों की सहायता से सूक्ष्म यन्त्रों द्वारा वायुमण्डल के ऊपरी भाग की नियमित रूप से छानबीन की जायगी। हमारी इस जानकारी से मानव जाति को प्रकाश के इस नये स्रोत का पता चला है। खैर आप अपनी कहिये—आपका अमृत रस बना?"

"बन गया। पर अफसोस मैं उसे आपको नहीं दे सकता?"

"क्यों? मैं तो काफी अर्से के उसकी प्रतीक्षा कर रहा था।"

"तो अभी और प्रतीक्षा कीजिए। वह तो केवल कीड़े मकौड़ों को अमरत्व प्रदान कर सकता है।"

"तब तो कीड़े मकौडे़ हम से अधिक भाग्यवान है।"

"ईर्ष्या न कीजिये। मनुष्य को भी अमरत्व प्राप्त होगा। मेरा उद्योग जारी है। परन्तु आप लोगों की ये विध्वंसक कार्यवाहियाँ तो रुकनी चाहिये।"

"अब समय आ चुका है कि वे रुकेगी, डा॰ कैरोल, आप अपना प्रयोग सफल कीजिये।"

डाक्टर कैरोल ने हँस कर हाथ मिलाया और चल दिये।

गरीब की जोरू सब की भावी

जमीन गोल है। पुराने तर्क के अनुसार इसके समर्थन में हम इतना कह सकते हैं कि स्मिथ, प्रोफेसर, जोरोवस्की और लिजा गहन देशों का चक्कर लगा कर फिर नई दिल्ली के अशोक होटल में एक साथ आ गए थें।