यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
१६८
खग्रास


"यह हमारे सोचने का विषय नहीं है दोस्त। हमारा कार्य तो यहाँ की विस्तृत रिपोर्ट देने के बाद ही समाप्त हो जाता है। आगे की बाते सशक्त बाहु सोचेंगे।"

"तुमने सुना जोरोवस्की, रेडियो ने घोषित किया है कि सर एडमेड हिलेरी इंगलैण्ड से ध्रुव प्रदेश में पहुँच गये है। उन्होंने एक रिपोर्ट प्रसारित की है।"

"सन् १९१२ के बाद भूमि की राह १२ सौ मील का रास्ता तय करके यहाँ पहुँचने वाले वह प्रथम व्यक्ति है। इससे पूर्व कैप्टेन रावर्ट स्काट सन्- १९१२ में यहाँ आए थें। परन्तु उनसे एक मास पूर्व ही नार्वे के रोल्ड एम॰ एमेडसन यहाँ पहुँच चुके थें। कैप्टेन राबर्ट स्काट वापस नही लौटे। उन्होंने यहीं कहीं समधि ली।"

"क्या यह सम्भव नहीं डाक्टर कि कैप्टन स्काट को हम पाले?"

"कुछ आश्चर्य नहीं। यदि तुम्हारी आशा फलवती हुई तो सम्भव है कि हमे स्काट की डायरी भी मिल जाय जिसमें अवश्य ही बहुमूल्य संकेत होंगे। उससे तो हम कम से कम ऋतु सम्बन्धी परिवर्तनों का पूर्वापर सम्बन्ध भी जान लेंगे।"

"परन्तु बर्फ की पहाड़ियाँ सदा बदलती रहती है। राह के निशान भी मिट जाते है। राह से भटक जाना बहुत सम्भव है। फिर भी हम स्काट के पदचिन्हों की खोज अवश्य करेंगे।"

लिज़ा ने उठ कर अंगड़ाई लेते हुए कहा—"फिलहाल हमें सोना चाहिए और समझ लेना चाहिए कि रात हो गई।" वह हंसी। डाक्टर ने भी हँस कर कहा—"ठीक है। तथास्तु।"

पैशाचिक-लीला

चारों ओर श्वेत बर्फ का एक विशाल मैदान, सामने जहाँ तक दृष्टि जाती थी, फैला हुआ था। बीच-बीच में बर्फ की बड़ी-बडी चट्टानें अटल खड़ी थी। जो सूर्य की किरणों से हीरे की भाँति, चमक रही थी। जोरोवस्की ने