उसके दिमाग की परीक्षा के लिए उसको कुछ हिसाब भी करने को दिया गया। वह उसने ठीक किया। पाँचवे दिन उसने कुछ थकान को महसूस किया।"
"खैर, तो इस परीक्षण से यह तो सिद्ध हो गया कि मानव अन्तरिक्ष का एकान्तवास तथा थकान सहन कर सकता है।"
"यही बात है। गत २७ अगस्त को जो रूस ने एक राकेट २११ मील तक भेजा था, जिसमे दो कुत्ते भी थें। वे कुत्ते सही सलामत जीवित वापस लौट आए।"
"तो इससे तो हम इसी निष्कर्ष पर पहुँचे कि अन्तरिक्ष में मानव जीवित रहेगा।"
"बेशक, बेशक, परन्तु उसे अत्यन्त साहसी, और जीवट का आदमी होना चाहिए। उसका हृदय और फेफड़े पूर्णरूपेण स्वस्थ होने चाहिए। परन्तु वे अधिक विकसित भी नहीं, क्योंकि अन्तरिक्ष यान या उपग्रह दबाव युक्त होगा। अधिक मांसपेशियों वाला व्यक्ति एक समस्या बन सकता है। क्योंकि उसे अन्तरिक्ष की भार शून्यता में ऐसा अनुभव होगा, मानो उसमें एक वर्ष के बच्चे जितनी शक्ति रह गई है। इससे उसकी घबराहट बढ़ जाएगी।"
डाक्टर डेविड मोटे ताजे कोई सवा दो मन के आदमी थें। उन्होंने हँस कर कहा—"तब तो मेरे लिए कोई अवसर ही नहीं है।' लेकिन यह तो बताइए कि आप सबसे अधिक ऊँचाई तक अन्तरिक्ष में जाने वाले व्यक्ति है, अन्तरिक्ष में आपको कैसा अनुभव हुआ?"
"मेरी कुछ न पूछो। जब पृथ्वी से रेडियो द्वारा मुझसे प्रश्न पूंछे जाते थे, मुझे बड़ी झुंझलाहट होती थी, मैं अपनी इस रोमांचकारी यात्रा में किसी का हस्तक्षेप सहन नही कर सकता था।"
"क्या मिसेज साइमेन्स का भी नही?" डाक्टर हैरिस ने हँस कर पूंछा।