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खग्रास

अणुशक्ति के कल्याणकारी उपभोगों के सफल विकास में निरन्तर अग्रसर होने की हमारी अभिलाषा व्यक्त करती है।

बजट की भीषण रकम, जिसका ७५ प्रतिशत सैनिक कार्यों के लिए रखा गया था तथा प्रेसीडेण्ट का बजट भाषण यह स्पष्ट कर रहा था कि अमेरिका की सम्पूर्ण आर्थिक, वैज्ञानिक और राजनीतिक चेतना समरोन्मुखी थी और वह रूसी आतंक से भयभीत थी।

अन्तरिक्ष-मानव

अब से दस बरस पूर्व सन् १९४८ में अमेरिका के टेक्सास स्थान में रेण्डील्प वायु सैनिक अड्डे पर एक अन्तरिक्ष डाक्टरी विभाग की स्थापना की गई थी। तब से इस विभाग की प्रयोगशाला में विशेषज्ञ भावी अन्तरिक्ष-मानव के निर्माण के विभिन्न प्रयोग और उद्योग करते रहे। अमरीकी वायु सेना, अमरीकी नौ सेना, तथा विशेषज्ञों ने अन्तरिक्ष के रहस्यों को जेट विमानों, गुब्बारों और राकेटों से जाना। तथा मानव के फेफड़ों, जीवन यन्त्रो, हृदय आदि पर अन्तरिक्ष यात्रा का क्या प्रभाव पड़ता है, इसका वे अध्ययन करते रहे थें। मेजर डेविड साइमन इस विभाग के अध्यक्ष थें। वे पैंतीस बरस के हट्टे-कट्टे तरुण थें जो छै फुट लम्बे थें। सन् १९५७ की गर्मियों में उन्होंने एक गुब्बारे मे १९ मील ऊँची अन्तरिक्ष-उड़ान उड़ी थी। और वहाँ २६ घण्टे व्यतीत किए थें। यह सबसे ऊँची उड़ान मनुष्य ने उड़ी थी और जीवित वापस लौट आया था।

डाक्टर साइमन की यह यात्रा बड़ी रोमांचकारी थी। बहुधा वे उस यात्रा का अद्भुत अनुभव अपने साथियों को सुनाया करते थे और उन्हे अन्तरिक्ष में उड़ने को उत्साहित करते रहते थें।

इस समय टेक्सास वायु अड्डे पर विशेषज्ञों की एक गुप्त मीटिंग हो रही थी। डाक्टर साइमन कह रहे थें—