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कोड स्वराज

संग्रह में किताब खोज सकते हैं, और किताबों के अंर्तगत दी गई चीजों को भी खोज सकते हैं।

हमने इस पुस्तक के संग्रह में मेटाडाटा को सुधारने की कोशिश की है। हमारा एक इंजीनियर इंटरनेट आर्काइव पर शीर्षकों, रचनाकार और अन्य मेटाडाटा फिल्ड के अस्पष्ट मिलानों का परीक्षण करता रहा है। इसके साथ ही प्रत्येक पुस्तक को आई.एस.बी.एन (ISBN) संख्या और ओपन लाइब्रेरी कार्ड कैटलॉग से लिंक करता है।

डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया के प्रत्येक इकाई के निचले हिस्से में 'समीक्षा के लिए स्थान पायेंगे। अलबर्टा विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित संस्कृत के विद्वान प्रोफेसर डोमिनिक वुज़ास्टिक (Dominik Wujastyk) उस स्थान का प्रयोग, अपनी जानकारी वाली दर्जनों पुस्तकों के उपयुक्त मेटाडाटा को जोड़ने के लिए कर रहे हैं।

आप भी वही काम कर सकते हैं। उदाहरण के लिए यदि आप गुजराती बोलते हैं तो आप 13,000 गुजराती के मूल पाठों को देखें और उनकी समीक्षा वाली स्थान को देखें और हमें यह बतायें कि क्या ये उपयुक्त शीर्षक या लेखक सही है या हमने यह सब गलत किया है। हमें आपकी सहायता चाहिये।

'हिंद स्वराज' इसका दूसरा संग्रह है, यह ऐसी परियोजना है जिसे करने में हमें बहुत आनंद आया। इस परियोजना का शुभारंभ तब हुआ जब मैं कुछ समय पहले सैम से मिलने गया। जब हम बातचीत कर रहे थे, तो उसने अपना लैपटॉप निकाल कर पूछा कि क्या आपके पास पेनड्राइव है?”

मैंने उन्हें एक यू.एस.बी ड्राइव दिया, और हम बातचीत करते रहे। उन्होंने मुझे नौ गीगाबाइट की पी.डी.एफ फाइल दी। मेरे पूछने पर उसने बताया कि “महात्मा गांधी के संकलित कार्यों के 100 खंड, इस नए इलेक्ट्रॉनिक संस्करण में है। सुनकर मैं आश्चर्यचकित हो गया था।

संकलित कार्यों के 100 खंडों का सृजन साबरमती आश्रम में खासकर, दीना पटेल द्वारा किया गया था। उन्होंने स्वयंसेवकों के साथ मिलकर, वर्षों के श्रम के बाद महात्मा गांधी के कार्यों का स्थायी इलेक्ट्रॉनिक संस्करण तैयार किया। वास्तव में यह एक बड़ी उपलब्धि है। फिलहाल वह इन 100 खंडों के हिंदी संस्करण तैयार करने के लिए संसाधनों को इकट्ठा कर रही हैं। मुझे उस समय का इंतजार है जब वह यह काम कर लेंगी। उनके साथ काम करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।

मैंने इस संकलित कार्य को पोस्ट किया और नेट पर इसी तरह के अन्य कार्यों को खोजना प्रारंभ किया। मुझे सरकारी सर्वर पर जवाहर लाल नेहरू का पूरा कार्य मिला लेकिन उसकी रूप-रेखा सही नहीं थी। मैंने उसे पी.डी.एफ फाइल में संकलित किया। उनमें तीन खंड नहीं थे। मैंने उनमें से दो को ढूंढा और उसे स्कैन करके क्रमबद्ध किया। हमने 78 खंडों में से लगभग 77 को पूरा कर लिया है।

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