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श्री:
वा
सत्य घटना-समन्वित
एक अपूर्व सचिन उपन्यास
उत्स्यास-रलिको के मनोविनोदार्थ
श्रीकिशोरीलालगोस्वामि-कर्तक लिखित.
तथा
श्रीछबीलेलालगोस्वामि-द्वारा प्रकाशित
"यत्नेन लेविनव्यः.
पुरुषः कुल शालवान बारिद्रोऽपि ।
शोभा हि पास्त्रीणां.
(मृच्छकटिकम्.)
( सर्वाधिकार रक्षित)
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