टेड किंगडस और उस के आधीन देशों की राजसम्बन्धी पदवियों में नीचे लिखा हुआ वाक्य मिला दिया जाय, अर्थात लैटिन सागा में "इन्डिई एम्प- रेट्रिक्स" [ हिन्दुस्तान को राज राजेश्वरो ] और अंगरेजी भाषा में “एडोस श्राव इन्डिया" । और हमारी यह इच्छा और प्रसन्नता है कि उन राजस- स्बन्धो पत्रों में जिन का वर्णन जपर हुआ है यह नई पदवो न लिखी जाय। और हमारी यह भी इच्छा और प्रसन्नता है कि सोने चाँदी और तांव के सब सिक्के जो आज कल यूनाइटेड किंगडम में प्रचलित हैं और नीतिविरुद्ध नहीं गिने जाते और इसी प्रकार तथा आकार के दूसरे सिक जो हमारी प्राज्ञा से अब छापे जायंगे हमारी नई पदवी लेने से भी नीतिविरुद्ध न स- मझे जायंगे, और जो सिके यूनाईटेड किंगडम के आधीन देशों में छापे जायंगे और जिन का बर्णन राजाज्ञापत्र में उन जगहों के नियमित और प्रचलित द्रव्य करके किया गया है और जिन पर हमारी सम्पूर्ण पदवियां या प्रशस्तियां या उन का कोई भाग रहे, और वे सिक्के जो राजाज्ञापत्र के अनु- सार अब छापे और चलाए जायेंगे इस नई पदवी के बिना भी उस देश के नियमित और प्रचलित द्रव्य समझे जायंगे जब तक कि इस विषय में हमारी कोई दूसरी प्रसन्नता न प्रगट की जायगी। हमारी विन्डसर की कचहरी से २८ अपरैल को एक हजार छाठ सौ छिहत्तर के सन में हमारे राज के उनतालीसवें बरस में प्रसिद्ध किया गया । ईश्वर महारानी को चिरंजीव रक्खे ! जब चीफ़ हेरल्ड राजाज्ञापन को अंगरेज़ी में पढ़ चुका तो हेरल्ड लोगों ने फिर तुरतही बजाई । इस के पीछे फ़ाग्नि सेक्रिटरी ने उर्दू में त- र्जुमा पढ़ा। इस के समाप्त होते ही बादशाही झंडा खड़ा किया गया और तोपखाने से जी दरबार को मैदान में मौजूद था १०१ तोपों को सलामी हुई। चौंतीस २ सलामी होने के बाद बंदूकों की बाढ़े दगी और जब १०१ सलामियां तोपों से हो चुकीं तब फिर बाढ़ छूटी और नैशनल ऐन्म का बाजा बजने लगा। __ इसके अनन्तर श्रीयुत वाइसराय समाज को अड्रेस करने के अभिप्राय से खड़े हुए। श्रीयुत वाइसराय के खड़े होतेही लासने के चबूतरे पर जि- तने बड़े २ राजा लोग और गवरनर प्रादि अधिकारी थे खड़े हो गए पर श्रीयुत ने बड़े हो आदर के साथ दोनों हाथों से हिन्दुस्तानी तीत पर वाई
पृष्ठ:काश्मीर कुसुम.djvu/३४३
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।