दुख से अत्यन्त दुःखी हुए और हम तुम लोगों को उस दुःख के साथी हैं जो
श्रीमान् लार्ड स्यो के मरने से तुमपर पड़ा है। सेक्रेटरी अफ सेट ने भी इमी
भांति स्थानापन्न गवर्नर जेनरल को तार दिया कि “हम इस समाचार से
अत्यन्त दुःखी हुए निस्सन्देह भवतखण्ड ने एक अपना बड़ा योग्य स्वामी
नाश किया और यह ऐसा अकनीय वृत्तान्त है कि इस समय हम विशेष
कुछ नहीं कह सकते" । महाराज सास ने भी स्थापन गवर्नर जनरलको तार
दिया है कि हम इस दुःख में लेडो स्यो और भारत की प्रजा के साथ हैं जो
उन लोगों पर अकस्मात् एक योग्य स्वामी को नाश होने से प्रा पड़ा है। म-
हाराज जयपूर को जब यह समाचार गया एक सङ्गः शोकाक्रान्त हो गए
और राज के किले का झंडा आधा गिरवा दिया और श्री पंचमी का बड़ा
दर्बार बन्द कर दिया और बीस बीस मिनिट पर किले से शोकमचक तोप
छूटी और नगर में एक दिन तक सब काम बन्द रहा । सुना है कि महाराज
कलकत्ते जायंगे। पटियाला को महाराज ने एक शोकासूचक इश्तिहार प्रका-
शित किया और अपने दर्वारियों को आज्ञा दिया कि शोक का वस्त्र पहिरें।
महाराज कापूरथला ने भी ऐसाहो किया और अवध अंजमन के सेक्रेटरी को
एक पत्र भेजा कि उन के स्मार्थ उद्योग करै । कालकत्ते की दशा तो लिखने
के योग्य ही नहीं है न ऐसा कधी पूर्व में हुआ था और न ईश्वर करै होय ।
वसन्त पञ्चमी का नाच गाना सब बन्द होगया और नगर में दुकानें सब कई
दिन तक बन्द रहीं, बरात नहीं निकली कई लग्न टाल दिये गए, वहां के
जस्टिस आफ दि पोस लोग मिल कर एक शोक पत्र श्री लेडो ग्यौ को देने
वाले हैं और और भी अनेक शोकसूचक हात्य हो रहे हैं। बरुबई में भी सब
टकाने बन्द हो गई और सब कारखाने बन्द हो गए। बनारस में भी इस स-
साचार के आने से कई स्कू ल बन्द हो गए और कई शोकसच कमेटियां हुई।
बम्बई में फरासीस, इटल टी और प्रशिया इत्यादि देशों के राजदतों ने अपनी
कोठियों के राज के झंडे आधे आधे गिरा दिये और सब मिल कर शोक का
वस्त्र पहिन कर वहां के गवर्नर के पास गए थे और वहां सब लोगों ने शोक
भरी बार्ता किया और उस के उत्तर में लाट साहिब ने भी एक सुरस भाषण
किया। हा! ईश्वर फिर यह दिन न लावे !!
उस चण्डाल दुष्ट हत्यारे शेरअली के विषय में फ्रेंड आफ इंडिया के
सम्पादक से हम पर्ण सन्मति करते हैं निस्सन्द ह उस दुष्ट को कोवल