नाम रानामों के वाज संख्या ड्रायर के मत से समय गत कन्हि कनिहम के मत से समय विधेष वर्गान। विल्सन के मत से समय राज्यकाल ५६ इन्द्रनित् २०८८ । ८१.८३। ७३ । १ । १०८६ | २० | वि. ३५२. मुसत्यान लेखकों ने रजित, नावण इन- दोनों का राज्य ३६ वर्ष लिखा है । ५७, रावर २११९ । ३] १०५८ | ७३ | १ | २०६०।६ ३० । ६ | वि. ३३४. सुल्मानोंने इसके बेटे बरवान का नाम और लिनला है और उसका राज्य मो ३५ वरप्त निपता है । ५८ विभीषण (२) २१५४ । ३ | १०२८ ८०८ | १०३०।६ ३५ वि. ३१६ मुलानी ने लिखा है कि यह त्यागी था. इसका नाम परखनपत या यह अजाद राजा का बेटा और वडा कावि था । पहले इसका येष्ट पुत्र इन्द्रायन गद्दी पर बैठा किन्तु उसको दुष्कों से दुखी होकर लोगों ने उस पो मार डाला और इप्स को गद्दी पर बैठाया । ५० किन्नर २१८४ | ८८२ । ६) ८८।२/ ८८२ । ३८1८|वि. २९८, नामान्तर नर, वीष था, सल्यानों ने इसको बडा कर लिखा है और निना है कि २ वर्ष मात्र राज्य किया फिर राज्य कुछ दिन शून्य रहा। ६० सिद्ध २२५४८५२।८८८।२८५३ । ३ वि. २८०, मुसलमानों ने तिहा है कि पाय इसको कि- | पाए हुए थी।
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