४८ | जलौक १८५७ १८ . . . . ३० । जाति विभाग किया. सन प्रक्षति स्थापन विया । १८ जलौक १८५७ | जाति विभाग किया. सप्त प्रकति स्थापन विाया। नन्दिपुराण सुना. इमो को और अन्य कारों ने पटने के अशोक का पोता लिखा है. यवनराजा यूथिदे- युस को हराया. अन्तिोकप्त के साथ मुन्नहनामा किया. वडा प्रतापी घा. १३३२ ई० पू. मुसलमानों का चकवक। ४८ टामीदरहितीयम् १८८२।८ . | १३०२ ई. पू. शैवमत का प्रचार हुआ। ५२ हुष्क, जुष्क और १९४२ । ८ . १२७७ ई. पू. ये तीनोंतुर्क ( किंवा तातार ) घे किन्तु कनिष्क बौड थे. शाक्यसिंह को १५० बरस हए थे नागार्जन सिद्ध एन्हो के समय में हुआ औ बौद्धमत को फैलाया । ५३ | अभिमन्य १८७७) . ३५ । मुम ल्मानों का अभिंगुन'वा अभिबलन. १२१७ ई. पू. विल्फर्ड के मत से ४२३ ई. पू. प्रिंसिप के मत से ७३ ई. पू. बौद्धों का उपद्रव हुआ. हिम बहुा पडा. च. न्द्रदेव ब्राह्मगा ने बौद्धों को जीता. नीलपुराण सुना. महाभाष्य का प्रचार हुआ। ५४ गीनद ( ३) २०१२ 12/११८२ ई. ५३ । ३ ई. ११८२ ई. ३५ पिन्सिप के मत से १०८ ई. पं., सुमनमानी इसका पूर्व । सन । पूर्व । नाम कृष्ण लिखा है । विल्फर्ड के मत से ३८८ ई. पू. नागपूजा चलाया। विभीषण २०५८। ३। ११४७ | ६१।८ । ११४७ | ४५ । ६ | विल्फर्ड के मत से ३७० ई. पू. मुसल्माननी को मत से पखनपति नाम राच काल ५३ । ६ । ।
पृष्ठ:काश्मीर कुसुम.djvu/२२
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।