पृष्ठ:कार्ल मार्क्स पूंजी २.djvu/३०

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भूमिका २६ तीसरा खंड , जिसने कुछ अप्रत्याशित कठिनाइयां पेश कर दी थीं, पाण्डुलिपि के रूप में लगभग तैयार है। मेरे स्वास्थ्य ने साथ दिया, तो इस वर्ष शरद तक वह प्रेस के लिए तैयार हो जायेगा। फ्रेडरिक एंगेल्स लंदन , १५ जुलाई, १८६३ सुविधा लिए पाण्डुलिपियों के अंशों की संक्षिप्त सूची दी जा रही है। प्रत्येक अंश के साथ उस पाण्डुलिपि (२-८) का, जिससे सामग्री ली गयी है, उल्लेख कर दिया गया है। भाग १ पृष्ठ २३-२४ पाण्डु० २ से ; पृष्ठ २४-३४ पाण्डु० ७ से ; पृष्ठ ३४-३८ पाण्डु० ६ से ; पृष्ठ ३८-११७ पाण्डु० ५ से ; पृष्ठ ११७-१२० पुस्तकों से संकलित सामग्री की कापी में टिप्पणी ; पृष्ठ १२१ से अन्त तक पाण्डु० ४ से ; किन्तु पृष्ठ १२६-१३०, पाण्डु० ८ का अंश शामिल किया गया है ; पृष्ठ १३४ तथा १४०-१४१ पाण्डु० २ की टिप्पणियां । . भाग २ प्रारम्भिक अंश , पृष्ठ १५३-१६३ पाण्डु० ४ का अन्तिम भाग है। यहां से इस भाग के अन्त तक , पृष्ठ १६३-३५० की कुल सामग्री पाण्डु० २ से है। भाग ३ अध्याय १८ - ( पृष्ठ ३५१-३५८ ) पाण्डु० २ से। अध्याय १६- परिच्छेद १ और २ ( पृष्ठ ३५६-३८६) पाण्डु० ८ से; परिच्छेद ३, पृष्ठ ३८६-३६१ पाण्डु० २ से। अध्याय २० - परिच्छेद १ (पृष्ठ ३६२-३६४ ) पाण्डु० २ से, केवल अन्तिम पैराग्नाफ़ पाण्डु० ८ से। परिच्छेद २ (पृष्ठ ३६५-३६८ ) मुख्यतः पाण्डु० २ से। परिच्छेद ३, ४, ५ (पृष्ठ ३६८-४२१) पाण्डु० ८ से। परिच्छेद ६, ७, ८, ६ (पृष्ठ ४२२-४३७) पाण्डु० २ से। परिच्छेद १०, ११, १२ (पृष्ठ ४३७-४८० ) पाण्डु० ८ से। परिच्छेद १३ (पृष्ठ ४८०-४८८) पाण्डु० २ से। अध्याय २१ - ( पृष्ठ ४८९-५२२ ) सम्पूर्णतः पाण्डु० ८