पृष्ठ:कार्ल मार्क्स पूंजी २.djvu/२६३

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अध्याय १६ परिवर्ती पूंजी का आवर्त १. वेशी मूल्य की वार्पिक दर , मान लीजिये , प्रबल पूंजी २,५०० पाउंड है, जिसका ४/५ भाग, या २,००० पाउंड, स्थिर पूंजी ( उत्पादन सामग्री ) है और १/५ भाग , या ५०० पाउंड , मजदूरी में निवेशित परिवर्ती पूंजी है। मान लीजिये , यावर्त अवधि ५ सप्ताह है : कार्य अवधि ४ सप्ताह , परिचलन अवधि १ सप्ताह । तव पूंजी १ २,००० पाउंड हुई, जिसमें १,६०० पाउंड स्थिर पूंजी के और ४०० पाउंड परिवर्ती पूंजी के हैं; पूंजी २ ५०० पाउंड की हुई, जिसमें ४०० पाउंड स्थिर पूंजी के और १०० पाउंड परिवर्ती पूंजी के हैं। प्रत्येक कार्य सप्ताह में ५०० पाउंड पूंजी निवेशित की जाती है। ५० सप्ताह के साल में ५०० का ५० गुना, यानी २५,००० पाउंड का वार्पिक उत्पाद निर्मित होता है। अतः कार्य अवधि में निरंतर नियोजित २,००० पाउंड की पूंजी १ १२ १/२ वार आवर्तित होती है। २,००० का १२ १/२ गुना २५,००० पाउंड है। इन २५००० पाउंड का ४/५, यानी २०,००० पाउंड उत्पादन साधनों में लगायी स्थिर पूंजी है और उसका १/५, यानी ५,००० पाउंड मजदूरी में लगायी परिवर्ती पूंजी हैं। इस प्रकार २,५०० पाउंड २५,००० की कुल पूंजी यानी दस वार प्रावर्तित होती है। २,५०० उत्पादन में व्यय की जानेवाली परिवर्ती प्रचल पूंजी परिचलन प्रक्रिया में उसी सीमा तक फिर से काम आ सकती है कि जिस सीमा तक वह उत्पाद, जिसमें उसका मूल्य पुनरुत्पादित होता है, विक जाता है, माल पूंजी से द्रव्य पूंजी में परिवर्तित हो जाता है, जिससे कि उसे श्रम शक्ति की अदायगी के लिए फिर खर्च किया जा सके। लेकिन यह वात उत्पादन में निवेशित स्थिर प्रचल पूंजी ( उत्पादन सामग्री ) के बारे में भी सही है, जिसका मूल्य उत्पाद में उसके मूल्यांण के रूप में पुनः प्रकट होता है। प्रचल पूंजी के परिवर्ती और स्थिर, इन दोनों भागों में जो चीज़ सामान्य है और जो स्थायी पूंजी से उनकी भिन्नता सूचित करती है, वह यह नहीं है कि उनसे उत्पाद को अंतरित होनेवाला मूल्य माल पूंजी द्वारा परिचालित होता है, अर्थात माल के रूप में उत्पाद के परिचलन द्वारा परिचालित होता है। उत्पाद के मूल्य के एक भाग , अतः माल रूप में परिचालित उत्पाद के , माल पूंजी के एक भाग में सदा स्थायी पूंजी का घिसना- छोजना समाहित होता है, अर्थात स्थायी पूंजी का वह मूल्यांश समाहित होता है, जो उत्पादन प्रक्रिया के दौरान उत्पाद को अंतरित होता है। वास्तव में अंतर यह है : स्थायी पूंजी अपने पुराने उपयोग रूप में प्रचल पूंजी ( जो स्थिर प्रचल पूंजी तथा परिवर्ती प्रचल पूंजी के योग 1 . .