पृष्ठ:कवि-प्रिया.djvu/३५६

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( ३३८ ) | न न सी ता र मा र रमा । र सी | ता | सी | न | न सी | ता | सी इसको कामधेनु भी कहते है। अथ पर्वतबन्ध ल क हा सत्याक हो काहान व ईजि नारे खीक या