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पृष्ठ संख्या | पृष्ठ संख्या |
२८४––सकीर्णोंपमा | २८५––यमक अलङ्कार |
२८६––यमक के भेद | आदिपत यमक |
द्वितीय पद यमक आदि | २८७––चतुर्थपद यमक |
२८८––द्विपादयमक, त्रिपदयमक, | यमक आद्य तय |
२८९––द्विपादान्त यमक, | २०––त्रिपाद यमक |
उत्तरार्द्ध यमक | |
२९१––चतुष्पाद यमक, | २९२––आदि अन्त यमक |
२९३––पूर्वोत्तर यमक, | २९४––यमक के भेद |
२९५––दुखकर यमक, | २९७––अनुप्रास |
२९९––चित्रालङ्कार | ३००––निरोष्ठ |
३०१––मात्रा रहित वर्णन | ३०२––मात्रा रहित अक्षरों के दोहे |
३०३––बहिर्लोपिका, अन्तर्लोपिका | ३१४––गूढ़ोत्तर |
३१६––एकानेकोत्तर | ३१७––व्यस्त समस्तोत्तर |
३१९––व्यस्त गतागत उत्तर | ३२२––विपरीत व्यस्त समस्त |
३२४––सासनोत्तर | ३२५––प्रश्नोत्तर |
३२७––व्यस्त गतागत, गतागत | ३२८––व्यस्त गतागत, |
३२९––अथ कपाट वद्ध चक्र | ३३०––गोमूत्रिका चक्र, |
३३१––चरण गुप्त चक्र, | ३३२––त्रिपदी |
३३३––चरण गुप्त | ३३५––चक्र बन्ध, सर्वतो भद्र |
३३६––कमल बन्ध, धनुष बद्ध | ३३७––द्वितीय धनुष वद्ध, सर्वतो भद्र |
३३८––पर्वत बन्ध | ३३९––सर्वतो मुख चित्र को मूल |
२४०––हार बन्ध | ३४१––कमल बन्ध |
३४२––मन्त्री गति चित्र | ३४३––अथ डमरू वद्ध |
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