पृष्ठ:उपयोगितावाद.djvu/६८

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तीसरा अध्याय।

उपयोगितावाद के सिद्धान्त की सनद।

बहुधा यह प्रश्न किया जाता है कि उपयोगितावाद के सिद्धान्त की सनद क्या है? किन प्रयोजनों से हम इस सिद्धान्त को मानें? या हम इस सिद्धान्त को किस कारण मानने के लिये बाधित हों? अर्थात् इस सिद्धान्त का मूल आधार क्या है? किसी नैविक या आचार विषयक आदर्श या कसौटी के संबन्ध में ऐसा प्रश्न करना ठीक भी है। इस प्रश्न का उत्तर देना नैतिक दर्शन शास्त्र का आवश्यक अङ्ग है। किन्तु यह प्रश्न कभी २ उपयोगितावाद के विरुद्ध आक्षेप के रूप में किया जाता है मानो इस सिद्धान्त के सम्बन्ध ही में ऐसा प्रश्न हो सकता है। वास्तव में सब आदर्शों तथा कसौटियों के सम्बन्ध में ऐसा प्रश्न