पृष्ठ:उपयोगितावाद.djvu/१४९

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३-उपयोगिता वाद।

प्रसिद्ध तत्वज्ञानी स्टुअर्ट मिल की युगपरिवर्तनकारी पुस्तक युटिलिटेरियनिज़्म (Utilitarianismm) का सरल हिन्दी में अनुवाद। मूल पुस्तक के लेखक के नाम से ही पाठक पुस्तक की उत्तमता का अनुमान कर सकते हैं। मिल की पुस्तक की प्रशंसा करना सूर्य को दीपक दिखाना है।

पुस्तक के आरम्भ में मिल का चित्र और जीवन-चरित्र भी है। पृष्ठ संख्या १२० के लगभग। मूल्य ।।।)

४-आधुनिक सप्ताश्चर्य।

व्योमयान, सब मैरीन (पनडुब्बियां), एक्सरेज़, बेतार का तार, टेलीफ़ोन, ग्रामोफ़ोन, तथा रैडियम-अर्थात् आधुनिक काल के सात अत्यन्त महत्वपूर्ण, आश्चर्योत्पादक तथा युगपरिवर्त्तनकारी आविष्कारों का सरल तथा भाषा में मनोरञ्जक तथा सारगर्भित वृत्तान्त जिस को साधारण बुद्धि रखने वाले पाठक भी आसानी से समझ सकते हैं।

बहुधा लोगों का विचार है कि वैज्ञानिक पुस्तकें शुष्क तथा अरुचिकर होती हैं, किन्तु इस पुस्तक के पढ़ने से पाठकों को मानना पड़ेगा कि वैज्ञानिक विषयों की पुस्तकें भी मनोरञ्जक तथा रोमाञ्चकारी होने की दृष्टि से अच्छे से अच्छे तिलस्म तथा ऐय्यारी के उपन्यासों को नीचा दिखा सकती हैं।

पुस्तक के आरम्भ में विज्ञान के धुरन्धर विद्वान् श्रीयुत डाक्टर रामजीनारायण जी डी॰ एस॰ सी॰ की सारगर्भित तथा विद्वत्तापूर्ण भूमिका है।

पुस्तक अनेक चित्रों से भूषित हैं। छप रही है। शीघ्रही प्रकाशित होगी।