बेगमपारी खबारादरी में प्राथम और तारना चाहती थी। मामात मोर दियो ने मसना, दिनी और गार किए सगा दिए । बेगम मनर पर गुदा गई । उप रे माराम करने पर बेगम ने दूता पानाम दिवा-पाहिलूगमा चो सबा पे गया। उसे दुम्मद किहमारे यहाँ मुम एने वामपने पारे पोली से और प्रमौर ममापनमा सयर के बाहरी हिस्से में अपने सिगारियो सहित शाबादी शक्म दोनों उमरायो पमा दिया गया । रोनों दोनों ने मेहमी निगा से एक दूसरे कोरेगा। वमबार ये मूठ पर दोनों का दाप गरा। और घर मर दानो एक दूसरे को एनी मम हैरेसमे लगे। नामानों ने बामिरव मर सपार पान से तीर जी मोर गुरसे मी भाषा में शेर गुणकर कहा-"ता में पारगिज नहीबारवर वान पिरो पुनमान : बराबर रवा दिय पाय। में पावाको बल तेरेोकोरके देख गोरव चोलिसा" "पाहता दो में मी पहीली बस गारा तर मुहे- मात् । मगर बेहतर बीरे विममी धार बाब याबादा नबाबत प्रतीगान बार, पुरयाप अपनी मौरप टपरे उपरेमा हाएँ पैसा Agpए याबादो ध म gurt, और मुमार मी पार पोritोर रमतम र दो सिम पानी का प्ररने मरने परे पूरा करने में एक गुमाररा" मबारत मे इसका नही दिया पर गुस्से से पाठ मा प्रा पता गया। पदरात पनिहार प्ररने पारे पररेट गया।
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