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सातगाल बेगम ने मायार के बाहुपारा से टवे हुए भा-"मोहरम । में अपने पाठ भर कोशिश करूंगी "नही हुनर, इस बात मेरी विपत बहुत नासाब, पाठी प्रादाब। पर टसी रासिली की मावि मरे म निकल गई। पापयार मसनद पर दा कर मलि पर किए. पृच ओपने सगे। इसी समय अम्पास म भावर पमीन मार मा-"हुए कोरेगम मे एपित रियार किया प्रासम पर्मा निपट समरी RR पर उभर की राब लेनी।" वादगार मे उसी सय माल पर दिए हुए - " उही मेरे मामा मागबमबर पता गया। १४ पिता, पुत्री और पुत्र पसी गम बन उसन पी। पर भीरे मे चार पो दुई-सी बारगाह के सामने एक घोर पर गई, बादपार मे पपई दुई धारा में पा-'इस पर परेणम होने या प्राण प्यारी बेगम ने गुरसे मरी प्राणाम में -'इवर, बेगम पारस्वानों मामला त गहरा गया और उस सममाटी मे मेरी गुरुम गुना बदनामी की। पापातीरी देगम अपने पारी परनी।। (माली में बात मा) हुए, देरी पर मुझे भारले लिए परमाने पनवे , और रिमापाबीन में बहीना पावा। सपिएको, अपर रिमापा और अमीर समस