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मालममीर बीकठार बिखरने लगी। मीरनुमसा के प्रभाव से मापती सेना सौर पड़ो। अब सारी ही शादी सेना मागे दी और उसमे शुषामण माग को पाये भोर से घेर लिया। वोपोंगो मुबारे सिर पर से पारे। इससे परतरे से बने लिए पी से उतर पर मोरे पर सवार हो गया। गुमा के पैसा ही पुरी स्माप्ति हो गई। औरंग करते-करते पपा, गुणा ने प्रे। पी को पना रेत सेना में या प्रफराह ख गई कि गुमा मारा गया और देखते ही रेखते उपबंगाली पैनिक माग बो (ए। एप अपमे सा और सैक्रमानम रे साप रणक्षेत्र से माम गया। पौरपणेब ने उसकी पावनी धरसी। ६७. औरङ्गजेब को उसमन चौरसव प्रारस्मिक बीतप्रे देख कर पवा बसमय विर में बाराप बगा बर मागरे मोर पक्ष दिए । विस समप वे भामरे पहुंचे, भागरे में यह प्रफार फैज पनी पी कि पोरनबनाई में हार गया और मीग्नुपमा बप पा लिया गया और शुग अपनी विपिनी सेना लिये प्रापान समाचागे सन पर भागोहाकिम शाइस्ताो, बो प्रोरसा मामा पे, बहुव पाप मए और मारपीकर पान देने पर प्रामारा हो गए । परन्तु उनके बनानखानेपौवो ने प्यावा उनके हाप से दीन पर दिया । दिन का प्रायरे में प्रत्पेरगी रही। यदि यसपम्त विह पाते तो इस वीप में गाया से छातम्ये पे, परवाना मीन पर मोर भाग में प्रकिटारना मेर म मम मारवाफ क्षमए।