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आर्थिक भूगोल

आर्थिक भूगोलं सक्षेप में हम कह सकते हैं कि तापक्रम ( Temperature ) तथा । वर्षा निम्नलिखित बातों पर निर्भर है :- • तापक्रम ( Temperature) (१) पृथ्वी के गोले पर स्थित, (२) समुद्र के धरातल से ऊँचाई (३) वायु समुद्र की ओर से अथवा भूमि की ओर से आ रही है। (४) चक्रवात (Cyclone ) का प्रभाव . वर्षा (१) समुद्र से दूरी। (२) जल देने वाली हवाओं के रास्ते में पहाड़ों का होना । (३) चक्रवात ( Cyclone) का प्रभाव पृथ्वी पर बहुत प्रकार की जलवायु पाई जाती है। जलवायु तथा वनस्पति में अत्यन्त घनिष्ठ सम्बन्ध है। अतएव पृथ्वी की व्यापारिक भूगोल के विद्यार्थी को पृथ्वी की जल- जलवायु वायु के सम्बन्ध में पूरी जानकारी प्राप्त कर लेना चाहिए। पृथ्वी पर एक ही प्रकार की जलवायु सब जगह नहीं पाई जाती। कोई-कोई देश अत्यन्त गरम तो कोई अत्यन्त ठंडे हैं। जलवायु तथा खेती, उद्योग धंधे इत्यादि जितने भी कार्य हैं वे प्राकृतिक प्रदेश जलवायु के ऊपर निर्भर होते हैं। इसी कारण भिन्न- (Climnte and भिन्न देशों में हमें भिन्नता दिखलाई पड़ती है। परन्तु Natural तुलना करने पर हम देखते हैं कि एक प्रदेश की Regions) जलवायु, पशु, वनस्पति तथा धंधे ठीक वैसे ही हैं जैसे एक दूसरे प्रदेश के जो पृथ्वी के दूसरे भाग में यहत दूर पर स्थित है। इस कारण जलवायु तथा उत्पत्ति के 'आधार पर हम पृथ्वी को प्राकृतिक प्रदेशों ( Natural Regions ) में बोट सकते हैं। __प्राकृतिक प्रदेश पृथ्वी का वह भूभाग है जिसकी परिस्थितियां जो मनुष्य जीवन को प्रभावित करती हैं एक समान हैं। प्रत्येक प्राकृतिक प्रदेश के अन्दर जल वायु, वनस्पति, तथा साधारण रहन-सहन की स्थिति एक समान है।यही यह बात ध्यान देने की है कि सभी भूभाग जो एक प्राकृतिक ।