वार्षिक भूगोल है। फिर भी भारतवर्ष से प्रतिवर्ष काफी तम्बाकू की पत्ती विदेशों में : भेज दी जाती है। भारतवर्ष में बंगाल और मदरास में ..तम्बाकू . बहुत. होती है.,परन्तु संयुक्तप्रान्त, बिहार, मध्यप्रान्त, मध्यमारत, तथा गुजरात में मी.इसकी अली पैदावार होती है,। फसल तैयार होने पर पत्तियों को काट लिया जाता, और फिर छाया में सुखा कर पत्रियों को बाजार में बेचा जाता है । BENGAL MADRAS BOMBAY
? BIHAR U.P. HYDERABAD Lokh acres. PUNJAB CRISSA MYSORE REST OF INDIA तम्बाकू को कूट कर उसमें शीरा मिलाकर हुक्के के लिए तम्बाकू तैयार को जाती है । यहाँ बीड़ियों का भी बहुत प्रचार है। मध्यप्रान्त, मध्य भारत, तथा मदरास में, बीडी बनाने का धंधा बहुत.पनप गया है। मध्यप्रान्त तथा मदरास में बीड़ी बनाने के बड़े बड़े कारखाने हैं किन्तु जहाँ भी पलास मिलता. है वहाँ ही वह धंधा छोटे रूप में चलता है। कुछ वर्षों से यहां सिगरेट और सिगार बनाने के आधुनिक ढंग के कारखाने भी स्थापित हो गए हैं। अधिकतर यह धंधा मदास प्रान्त में केन्द्रित है। डिंडीगुल, मदरास, त्रिचनापोली, कोकोनडा, कालीकट तथा पांडे-चेरी में सिगार और सिगरेट के 'कारखाने स्थापित हो गए हैं। इन कारखानों के स्थापित हो जाने से विदेशों बहुत कम सिगरेट और सिगार पाते हैं । परन्तु भारत की तम्बाकू — बढ़िया न होने के कारण सिगरेट और सिगार भी बहुत बढ़िया नहीं बनते इस कारण विदेशों से अब भी सिगरेट और सिगारः श्राते हैं।