खेती राजपूताना ." - मध्यप्रान्त ६७३ बम्बई. १,८२७ बिहार १,०६८ सीमापान्त .१०२८ २६८ 'सिंघ ११५५ मध्यभारत १९७६ १४६१ ४१५ ग्वालियर १६६२ ३०९
- हैदराबाद
१३५५ कुल भारत' ३५,६३५ १०,७८० चना भारतवर्ष का महत्वपूर्ण अनाज है। यह लगभग एक करोड़ पचास लाख एकड़ पर उत्पन्न किया जाता है। यह चना (Gram) भी रखी की फसल है । गेहूँ, जौ तथा सरसों के साथ मिलाकर अधिकतर बोया जाता है। चने को अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती । श्रतएव जहाँ सिंचाई की सुविधा नहीं हैं अथवा मिट्टी बहुत अच्छी नहीं है उस पर यह जौ के साथ उत्पन्न किया जाता है । चना और जो गेहूँ उत्पन्न करने वाले प्रदेश में निर्धनों का मुख्य भोजन है । संयुक्तप्रान्त में सबसे अधिक चना उत्पन्न होता है। देश का आधा चना संयुक्तमान्त में ही पैदा किया जाता है। चना उत्पन्न करने के लिए किसान को अधिक परिश्रम नहीं करना पड़ता और न अधिक खाद या सिंचाई का ही प्रबंध करना पड़ता हैं परन्तु चना बहुत सस्ता विकतो है अतएव किसान चना या जौ उसी दशा में बोता है जबकि वह यह देख लेता है कि उसके खेत पर गेहूँ उत्पन्न नहीं हो सकता । संयुक्तप्रान्त के अतिरिक्त पंजाब, बिहार, मध्यप्रान्त तथा दक्षिण प्रायद्वीप में भी चना उत्पन्न होता है । अधिकांश चना देश में ही खप जाता है । बहुत थोड़ा बाहर भेजा जाता है। जौ मी निर्धनों का भोजन है और चने के साथ अधिकतर उत्पन्न किया जाता है । जौ को भी अच्छी भूमि और पानी को जौ (Barley) अधिक आवश्यकता नहीं होती । भारतवर्ष में लगभग पैंसठ लाख एकड़ भूमि पर जौ उत्पन्न होता है। देश का दो तिहाई. जो संयुक्तप्रान्त में उत्पन्न होता है। थोड़ा सा नौ वैसे उन सभी प्रान्तों में उत्पन्न होता है जहाँ गेहूं उत्पन्न होता है । .