पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/४७२

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खेती

खेती (५) भारतवर्ष में खेती के औजारों में भी कोई सुधार नहीं हुआ.है । यद्यपि भारतवर्ष में पश्चिमीय देशों की भांति खेती के यन्त्रों का उपयोग नहीं हो सकता । यहाँ छोटे हल्के और सस्ते औजार ही काम दे सकते हैं परन्तु फिर भी हल इत्यादि में सुधार की आवश्यकता है। (६) भारत में वर्षा मौसमी और अनिश्चित है इस कारण सिंचाई की आवश्यकता होती है। परन्तु सिंचाई के साधन कम हैं। केवल २० प्रतिशत भूमि ही सींची जाती है। (७) खेती का ढंग भी यहाँ वैज्ञानिक नहीं है। कृषिविभाग वैज्ञानिक ढंग की खेती का प्रचार करने का प्रयत्न कर रहा है। RICE MILLETS WHEAT PULSES o COTTON OIL SEEDS GRAMS in Million ocres. MAIZE BARLEY SUGAR C. JUTE TOBBACCO TEA कार-लिखे हुये कारणों से खेतों की पैदावार प्रति एकड़ कम होती है । किसान निर्धन है । वह महाजन के कर्ज के बोझ से इतना दबा हुआ है कि अणमुक्त होने की सम्भावना नहीं है तिस पर लगान बहुत अधिक है। इन्हीं सब कारणों से भारतवर्ष में खेती की दशा गिरी हुई है। भारत में कुल भूमि का क्षेत्रफल ६६८,०४५,००० एकड़ है। वह इस प्रकार बंटा हुआ है-४ प्रति शत भूमि पर खेती है ६ प्रतिशत परती छोड़ दी जाती और १८ प्रतिशत ऐसी बंजर भूमि है जिस पर खेती हो सकती है