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व्यापारिक मार्ग तथा व्यापारिक केंद्र

२७ व्यापारिक मार्ग तथा व्यापारिक केन्द्र किसी व्यापारिक केन्द्र का व्यापारिक क्षेत्र (. Hinterland ) कैसा होगा यह वहां की भूमि, जलवायु, खनिज पदार्थ के सम.प होने या न'. होने तथा अन्य भौगोलिक परिस्थितियों पर निर्भर रहता है। यदि ऊपर लिखी हुई बातें अनुकूल हुई तो उस क्षेत्र की श्रौद्योगिक उन्नति हो सकेगी, जनसंख्या घनी आबाद होगी, और उस क्षेत्र में व्यापार बहुत होगा। क्योंकि . वह क्षेत्र बहुत सा माल बाहर भेजेगा और बहुत सा माल बाहर से मँगवा.. येगा। यह तो साधारण नियम हुआ किन्तु किसी प्रदेश के श्रौद्योगिक विकास पर भी यह निर्भर रहता है। कृषि प्रधान देशों में जनसंख्या बिखरी होती है इस कारण वहाँ अपेक्षाकृति कम व्यापारिक केन्द्र होते हैं किन्तु . उद्योग प्रधान देशों में जनसंख्या घनी होती है और वहाँ बहुत से बड़े बड़े व्यावसायिक तथा व्यापारिक केन्द्र होते हैं । कृषि प्रधान क्षेत्र में व्यापारिक केन्द्र बहुधा बड़े नहीं होते क्योंकि उनका व्यापार क्षेत्र ( Hinterland ) अधिक माल का विनिमय नहीं कर सकता। इसके विपरीत प्रौद्योगिक क्षेत्र का केन्द्र,. बहुत बड़ा होता है। व्यापारिक केन्द्र किस स्थान पर स्थापित होगा इसका विवेचन . पहले परिच्छेद में "नगर बसने के कारण" में कर चुके हैं। संक्षेप में निम्नलिखित कारणों से किसी स्थान पर केन्द्र स्थापित होता है । पीने योग्य जल की सुविधा, रहने योग्य स्थान जो सुरक्षित हो, मार्गों के मिलन केन्द्र. पर, गजनैतिक तथा धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान पर । मार्गों का मिलन केन्द्र बहुत प्रकार का हो सकता है। जहाँ समुद्रीय तथा स्थल मार्ग मिलते हैं वहाँ बन्दरगाह बन जाते हैं। बन्दरगाह का महत्व उनके व्यापार क्षेत्र ( Hinterland ) पर निर्भर है। जितना ही व्यापार क्षेत्र धनी होगा उतना ही बन्दरगाह भी समृद्धिशाली होगा। प्रकृति ने. समुद्र तट के समीप चाह कितना अच्छा प्राकृतिक मन्दरगाह बना दिया हो किन्तु जब तक कि उसका व्यापार क्षेत्र उन्नतं और धनी न होगा तब तक वह उन्नति नहीं कर सकता । उदाहरण के लिए माल्टा द्वीप में वनेहा और लंका में ट्रिकोमाली बहुत ही अच्छे प्राकृतिक बन्दरगाह हैं किन्तु उनका कोई भी व्यापारिक महत्व नहीं है क्योंकि उनका व्यापार क्षेत्र धनी नहीं है और गमनागमन के साधनों की असुविधा है। समृद्धिशाली व्यापार क्षेत्र के अतिरिक्त बन्दरगाहों में जहाजों के ठहरने,.. घूम सकने, तथा माल लादने तथा उतारने की भी सुविधा होनी चाहिए । पिछले कुछ वर्षों में बहुत से छोटे छोटे बन्दरगाह व्यापारिक दृष्टि से महत्वहीन हो गए । क्योंकि जहाज़ बड़े बड़े बनने लगें इस कारण वे प्रत्येक