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गौण उधोग-धंधे

गौण उद्योग-धन्धे २२१ रुर लारेन भयंकर रूप से, खड़ी हुई थी अर्थात् ब्रिटेन के कारखाने जितना सात (Steel-) तैयार करते थे उसकी देश में खपत नहीं हो पाती. थी। साप ही विदेशों में प्रतिस्पर्धा इतनी अधिक बढ़ गई थी कि ब्रिटिश स्टील जर्मनी तथा अन्य योरोपीय देशों के स्टील. की प्रतिस्तर्धा में महंगा पड़ता था। इसका मुख्य कारण यह था कि ब्रिटेन में मजदूरी इन देशों की अपेक्षा कहीं अधिक थी। इसका परिणाम यह हुआ कि ब्रिटेन से विदेशों-मुख्यतः ब्रिटिश साम्राज्य के अन्तरगत देशों को जाने वाले स्टील में प्रतिवर्ष कमी होती गई। यही नहीं द्वितीय योरोपीय महायुद्ध के पूर्व ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, बैलजियम और लक्सम्बर्ग से थोड़ा रंटील मँगाता.था।

यह प्रदेश लोहे और स्टील के धन्धे के लिए योरोप में प्रसिद्ध है।

यहाँ के लोहे में फासफोरस का अंश अधिक है। इस कारण जब तक बेसीमर ( Bessemer ) क्रिया का प्रान्त (Ruhr- आविष्कार नहीं हुश्रा इसका उपयोग स्टील बनाने में Lorreine) नहीं हो सकता था। अतएव बेसीमर क्रिया के आविष्कार के उपरान्त ही लारेन प्रान्त में स्टील का धन्धा चमका | रुर-लारेन प्रदेश फ्रांस बैलजियम लक्सम्बर्ग, तथा पश्चिमी जर्मनी में स्थित है। इस प्रदेश को रुर की कोयले की खानों से ही अधिकांश कोयना मिलता है। सार ( Saar ) की कोयले की खाने अधिक महत्वपूर्ण नहीं हैं। अस्तु रुर ( kuhr ) प्रदेश का कोयला तथा लारेन ( Lorr- aine ) प्रदेश का लोहा ही इस खनिज केन्द्र का आधार है। इस प्रदेश में करं तथा लारेन ही लोहे तंथा स्टील के धन्धे के मुख्य केन्द्र हैं। यद्यपि लोहे के धन्धे में कोयला ही मुख्य वस्तु है। इस कारण लोहे का धन्धा कोयले की खानों के समीप ही बहुधा स्थित होता है, परन्तु रुर और लारेन में इतनी कुम दूरी है कि सोरेन के लोहे के कारखाने रुर के कोयले का उपयोग कर.लेते हैं। पिछले योरोपीय महायुद्ध (सन् १९१४-१८) के उपरान्त वार्साई संधि के अनुसार रुर-लारेन प्रान्त का बटवारा इस प्रकार कर दिया गया कि जर्मनी के हिस्से में अधिकांश कोयला, और फ्रांस के हिस्से में अधिकांश लोहा चला गया। इससे पूर्व जर्मनी , संयुक्तराज्य अमेरिका को छोड़कर अन्य सब देशों से अधिक लोहा और स्टील तैयार करता था और संसार में सबसे अधिक लोहा और स्टील बाहर भेजता था। वार्साई संधि के उपरान्त लारेन का प्रान्त जर्मनी से छीन लिया गया। इस कारण जर्मनी के धन्धे को क्षति पहुँच गई । कुछ दिनों तो फ्रांस और जर्मनी में तनातनी रही । जर्मनी, अपना