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खेती की पैदावार––भोज्य पदार्थ

ओट (Oat) ओट की पैदावार नम और ठंडे प्रदेशों में अधिक होती है। ओट के लिए गेहूँ की तरह ही उपजाऊ भूमि आवश्यक है। ओट की खेती में समय अधिक लगता है क्योंकि इसके पकने में देर लगती है। ओट की खेती उन देशों में अधिक महत्वपूर्ण है जहाँ वर्षा अधिक होती है और गरमी कम पड़ती है। यही कारण है कि ओट की पैदावार उत्तरी योरोप में अधिक होती है परन्तु भूमध्य सागर (Mediterrnean Sea) के देश उसके लिए अनुपयुक्त हैं। यद्यपि ओट की अच्छी पैदावार के लिए उपजाऊ मिट्टी चाहिए किन्तु वह कम उपजाऊ पर भी पैदा किया जा सकता है।

यह अनाज मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए अत्यन्त लाभदायक है परन्तु इस रहस्य को स्काटलैंड निवासियों के अतिरिक्त कोई नहीं जानता। अन्य देशों में ओट का उपयोग पशुओं, विशेष कर घोड़ों के खिलाने में होता है। उपज की दृष्टि से योरोप अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। संसार में रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका सबसे अधिक ओट उत्पन्न करते हैं। इन दो देशों को छोड़ कर क्रमशः जर्मनी, पोलैंड फ्रांस, तथा ब्रिटेन ओट उत्पन्न करने वाले देशों में मुख्य हैं। इनके अतिरिक्त अरजनटाइन, इटली, हंगरी, डैनमार्क नार्वे, स्वीडन, कनाडा, आस्ट्रेलिया, तथा न्यूजीलैंड में भी ओट की अच्छी पैदावार होती है। संयुक्तराज्य अमेरिका में ओट की इतनी अधिक पैदावार होने पर भी वह ओट को बाहर नहीं भेजता। ओट बाहर भेजने वालों में जर्मनी, अरजनटाइन, और सोवियत रूस मुख्य हैं। अधिकतर ब्रिटेन, स्वीटजरलैंड, बैलजियम और इटली बाहर से ओट मँगाते हैं।

ओट (Oats) की पैदावार
(लाख टनों में)

संयुक्तराज्य अमेरिका
...१८१
 
सोवियत रूस
...११२
 
जरमनी
...६६
 
कनाडा
...६०
 
फ्रांस
...४८
 
पौलैंड
...२४
 
ब्रिटेन
...२३