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गंगा-पुस्तकमाला का ११७ वां पुष्प

अप्सरा

[सामाजिक उपन्यास]

लेखक

श्रीसूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला

(परिमल, प्रबंध-पद्म, अलका, लिली आदि के प्रणेता)

——:○:——

मिलने का पता—

गंगा-ग्रंथागार

३६, लाश रोड

लखनऊ


द्विवीयावृत्ति

सजिल्द २।)j:
[बादी १।।)
सं० २००० वि०