पृष्ठ:अंधकारयुगीन भारत.djvu/१८

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[ 5 ] विषय पृष्ठ २०६ २१०-२११ २१२-२१६ २१६-२१६ ६ ११०. कोट का क्षत्रिय राजवंश ६ १११. गुप्त और चंद्र ६१११-११४. गुप्तों की उत्पत्ति ६ ११५-११६. चंद्रगुप्त प्रथम का निर्वासन ६ ११७. गुप्तों का विदेश-वास और उनका नैतिक रूप परिवर्तन ६ ११७ क.-११८. अयोध्या और उसका प्रभाव ६११६. प्राचीन और नवीन धर्म २१६-२२० २२०-२२३ २२३-२२५ १३-सन् ३५० ई० का राजनीतिक भारत और समुद्रगुप्त का साम्राज्य ६१२०-१२१. ३५० ई. के राज्यों के संबंध में पुराणों में यथेष्ट वण्न २२६-२२६ ६ १२२. साम्राज्य-पूर्व काल के गुप्तों के संबंध में विष्णु-पुराण २२६-२३० ६ १२३. गुप्त-साम्राज्य के संबंध में पुराणों का मत २३०-२३२ ६ १२४. स्वतंत्र राज्य २३२-२३३ ६ १२५. गुप्तों के अधीनस्थ प्रांत २३३-२३५ ६ १२६. कलिंग का मगध कुल २३५-२३८ ६ १२६ क. गुप्त-साम्राज्य का दक्खिन प्रांत २३८-२३६ ६ १२७. दक्षिणी स्वतंत्र राज्य; राजा कनक २३६-२४० ...