अंतर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश/दक्षिण-अफ्रीकी यूनियन
दक्षिण-अफ्रीकी यूनियन--ब्रिटिश-राष्ट्र-समूह का एक सदस्य ; क्षेत्र॰ ४,७२,००० वर्गमील, जन-संख्या ९६,००,०००। इसमें २०,००,००० योरपियन तथा शेष अफ्रीक़ी हैं। योरपियन जनता में ५८ फीसदी वोअर है, जो डच भाषा बोलते हैं, शेष अँगरेजी भाषा का प्रयोग करते हैं। केप टाउन में धारा-सभा-भवन है। प्रिटोरिया राजधानी है। सन् १८९९-१९०२ की दक्षिण अफ़्रीकी की लड़ाई में ब्रिटिश सरकार ने विजित वोअर-प्रजातंत्रों में स्वराज्य को स्थापना तथा दक्षिण अफ्रीका में सघ-राज्य स्थापित करने का प्रयत्न किया। फलतः १९१० में केप-प्रांत, नेटाल, ट्रान्सवाल और औरेज फ्रीस्टेट को मिलाकर दक्षिण अफ्रीकी यूनियन का निर्माण किया गया। यह एक प्रकार का संघ राज्य है। प्रत्येक उपर्युक्त प्रान्त को स्वायत्त शासन प्राप्त है। जनरल वोथा और फील्ड मार्शल स्मट्स ब्रिटिश साम्राज्य के अन्तर्गत स्वराज्य से सन्तुष्ट है। अन्य राष्ट्रवादी, हर्टजोग के नेतृत्व में, स्वधीन प्रजातत्र चाहते हैं। विगत विश्व-युद्ध में यूनियन ने योराप में कोई सेना नहीं भेजी, सिर्फ एक ब्रिगेड भेजा था। युद्ध के बाद राष्ट्रवादियों की शक्ति बढ़ गई। विगत विश्व-युद्ध से पहले राष्ट्रवादियों के धारासभा में ५ प्रतिनिधि थे। सन् १९२४ में ६३ हो गए । मजदूर-दल से समझोता करने के बाद धारासभा में राष्ट्रवादियों का बहुमत हो गया और जनरल हर्टजोग प्रधानमंत्री बना। इस काल में सरकार ने ब्रिटेन की वैदेशिक नीति से मतभेद प्रकट किया।
संसार का ४० प्रतिशत सोना दक्षिण अफ्रीका में पैदा होता है। इस देश में सबसे अधिक हीरा निकलता है। कोयला, तॉबा तथा प्लेटिनम भी मिलते हैं। खानो का उद्योग तथा कृषि ही यहाँ के मुख्य व्यवसाय है। गेहूँ, मक्का तथा फल काफी पैदा होते हैं।
शासन-प्रणाली पार्लमेन्टरी है। पार्लमेट में दो सभाएँ है : सीनेट तथा असेम्बली। पहली का चुनाव १० साल तथा दूसरी का ५ साल के लिये होता है। सम्राट् का प्रतिनिधि गर्वनर जनरल है। अफ्रीका के आदिमवासियो को केवल केप-प्रान्त मे मताधिकार प्राप्त है। वह अपने ३ प्रतिनिधि चुनते हैं। नौ-सेना का नियंत्रण ब्रिटेन के अधीन है।
इस समय हर्टज़ोग तथा स्मट्स के सयुक्त दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रीय दल मे १०९ सदस्य हैं। प्रधानमंत्री जनरल हर्टज़ोग इस युद्ध मे तटस्थता के पक्ष मे है। परन्तु जब पार्लमेट यह प्रस्ताव रखा गया तो इसके पक्ष में सिर्फ ६७ मत मिले, विरुद्ध ८०। इस पर हर्टज़ोग ने त्याग-पत्र दे दिया और स्मट्स ने सयुक्त सरकार बनाई, तथा ६ सितम्बर १९३९ को, धुरीराष्ट्रो के विरुद्ध युद्ध-घोषणा कर दी और यूनियन की फौजे पूर्वी और उत्तरी अफ्रीका मे लड़ रही हैं। जनवरी १९४० मे हर्टज़ोग ने डा० मलान के क्रान्तिवादी-प्रजातत्र-राष्ट्रीय-दल के साथ समझौता कर लिया। यह दल साम्राज्य से सबध-विच्छेद का समर्थक है। यह दोनों नेता अफ्रीका में ५० फीसदी बोअरो के प्रतिनिधि है, शेष अँगरेज़ी-भाषा-भाषी स्मट्स का समर्थन करते हैं। १२ सितम्बर ४१ को यूनियन ने जापान के विरुद्ध युद्ध-घोषणा कर दी है।
आदिम-निवासी अधिक अधिकार चाहते हैं, और बोअर शुरू से ही उनके विरोधी
हैं। वह, रंगभेद के कारण, उन्हें समानता के अधिकार नहीं देना चाहते। बोअर और ब्रिटेन उनकी ‘क्रमिक उन्नति' चाहते हैं। यूनियन की राजनीति में
आदिम-निवासियों का प्रश्न मुख्य है, पर बिना सुलझा पड़ा है।