अंतर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश/जयप्रकाश नारायण

अन्तर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश
रामनारायण यादवेंदु

पृष्ठ १२४ से – १२५ तक

 

जयप्रकाश नारायण--भारत के सुप्रसिद्ध काग्रेस-समाजवादी राजनीतिज्ञ और अग्रणी। आपका जन्म, अब से प्रायः ४१ वर्ष पूर्व, सारन(बिहार) जिले के सिताबदियारा ग्राम मे एक किसान-परिवार मे हुआ। आरमभिक शिक्षा बिहार मे प्राप्त की और उसके बाद, सन् १९२२ मे, कैलिफोर्निया (अमरीका) गये। वहॉ फलो के बगीचो मे काम करते थे, जिससे उन्हे १४) रोज मजदूरी मिल जाती थी। इस प्रकार स्वाश्रयी और स्वावलम्बी बन कर शिक्षा ग्रहण की। सन् १९३० तक वहॉ रहे, और पॉच विश्वविद्यालयो मे शिक्षा प्राप्त की।

गणित, भौतिक-शास्त्र, रसायन-विज्ञान से शुरू किया और वर्षों तक जीव-विज्ञान, मनोविज्ञान, समाज-विज्ञान तथा अर्थशास्त्र का अध्ययन किया। सन् १९३१ मे, जब भारत मे सत्याग्रह-आन्दोलन चल रहा था, वापस आये। कांग्रेस के मजदूर-अन्वेषण-विभाग के अध्यक्ष बनाये

गये। कई मास तक कांग्रेस के स्थानापत्र प्रधान मन्त्री का काम किया। नासिक जेल में श्री मसानी, श्री अच्युत पटवर्द्धन तथा श्री जयप्रकाश नारायण ने भारतीय कांग्रेस-समाजवादी-दल के उद्देश्य तथा नियम बनाये। सन् १९३४ मे, पटना में, उन्होने अखिल-भारतीय कांग्रेस-समाजवादी सम्मेलन का आयोजन किया। इस प्रकार समाजवादी-दल की स्थापना हुई। आप इसके प्रधान मन्त्री बनाये गये। सन् १९३६ मे प० जवाहरलाल

नेहरू ने कांग्रेस-कार्य-समिति मे उन्हे सदस्य नियुक्त किया। उन्होने 'समाजवाद ही क्यो?' नामक एक पुस्तक अँगरेज़ी मे लिखी है। विगत रामगढ-काग्रेस, मार्च १९४०, से पहले सरकार ने उन्हे गिरफ़्तार कर लिया। वह छूटे ही थे कि सन् '४१ मे सरकार ने वामपक्षी दल के भारतव्यापी दमन के समय पकडकर उन्हे देवली मे नज़रबन्द कर दिया। सन् '४२ के जुलाई-अगस्त महीनो मे सरकार ने साम्यवादियो(कम्युनिस्टो)को देवली आदि जेलो से छोड दिया, किन्तु जयप्रकाशजी तथा दूसरे समाजवादी नही

छोडे गये है और उनका दमन जारी है।