अंतर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश/अखिल अमरीकन परिषद्

अन्तर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश
रामनारायण यादवेंदु

पृष्ठ ७ से – ८ तक

 





अखिल अमरीकन परिषद्--अखिल अमरीकन परिषद् (Pan American Union) के अन्तर्गत २१ प्रजातत्र स्वतंत्र राज्य सम्मिलित है। इसका मुख्य कार्यालय वाशिगटन मे है। इस परिषद् का उद्देश्य उत्तरी तथा दक्षिणी अमरीका मे राजनीतिक और आर्थिक सहकारिता एवं एकता की भावना को प्रोत्साहन देना तथा स्फूर्ति प्रदान करना है। दक्षिणी अमरीका के प्रजातंत्रों को सदैव यह भय बना रहता है कि अखिल अमरीका मे कही संयुक्त राज्य अमरिका का आर्थिक तथा राजनीतिक नेतृत्व स्थापित न हो जाय। अत:राजनीतिक क्षेत्र मे एकता स्थापित करने के लिए घोषणाओ के सिवा अखिल अमरीकनवाद के संगठन तथा प्रोत्साहन के लिए अभी तक कोई ठोस प्रयत्न नहीं हो सका। ऐसी अनेक संस्थाएँ भी स्थापित की गई हैं, जिनके द्वारा आर्थिक तथा सांस्कृतिक क्षेत्रों में सहकारिता की भावना पैदा करने के लिए प्रयत्न किया जा रहा है। हवाना(क्यूबा) में २१ जुलाई से ३० जुलाई १९४० तक दोनों अमरीकाओ के प्रजातंत्र राज्यों के वैदेशिक मंत्रियों का द्वितीय सम्मेलन हुआ, जिसमें २१ अमरीकन प्रजातंत्र राज्यों ने विभिन्न विषयों पर २५ प्रस्ताव स्वीकार किये। इनमें से मुख्य निश्चय निम्न प्रकार हैं:--अन्तर्अमरीकन तटस्थता-समिति, राजदूतों के कार्य तथा अधिकार, प्रत्येक अमरीकन राज्य के, समाज तथा संस्थाओं की रक्षा के निमित्त, पुलिस तथा

न्याय-संबधी कार्यों की सुनियोजित व्यवस्था, अन्तर्राष्ट्रीय रैडक्रास सोसाइटी सघ, पास-पोर्ट-बीमा, अमरीका की संस्थाओं के विरुद्ध वाह्य शक्तियों द्वारा संचालित कार्य एव प्रचार, अन्तर्अमरीकन प्रजातत्रवादी आदर्श को ख़तरे में डालनेवाली विचारधारा से सुरक्षा, शरणागती की योजना, अन्तर्राष्ट्रीय विधान की रचना, अन्तर्अमरीकन सगठन, झगड़ों का शान्तिपूर्ण निर्णय, अमरीका के राज्यों की रक्षा में पारस्परिक सहायता, अमरीका के राज्यों में शान्ति तथा सगठन की स्थापना, पारस्परिक विचारविनिमय का तरीका, इत्यादि।