फ्रेंच इतिहासकार गार्सां द तासी द्वारा पहला हिंदी साहित्य का इतिहास (एस्तवार द ला लितरेत्युर ऐंदुई ऐंदुस्तानी)लिखा गया। इसका प्रथम संस्करण दो भागों में १८३९ में तथा १८४७ में प्रकाशित हुआ। १९५३ में इसके पहले भाग का अनुवाद लक्ष्मी सागर वार्ष्णेय द्वारा किया गया।