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:[[विकिस्रोत:आज का पाठ|आज का पाठ]] योजना अगर सुनियोजित तरीक़े से कार्यान्वित हो सके तो कई भाषण, निबंध, नाटक, एकांकी और कहानियों को इसके माध्यम से सिलसिलेवार प्रदर्शित किया जा सकता है। इस प्रस्ताव पर मेरी सहमति है और इसकी शुरुआत रक्षाबंधन कहानी से की जा सकती है। --[[सदस्य:अजीत कुमार तिवारी|अजीत कुमार तिवारी]] ([[सदस्य वार्ता:अजीत कुमार तिवारी|वार्ता]]) ०७:२६, २ अगस्त २०२० (UTC)
:प्रस्ताव पर मेरी पूरी सहमति है, जैसा कि कहा गया इस अनुभाग से हम दिन विशेष से संबंधित पाठ को प्रदर्शित कर सकेंगे, इस तरह से पाठकों की रुचि में वृद्धि होगी।-[[सदस्य: रोहित साव27|<span style="text-shadow:gray 3px 3px 2px;color: black">'''रोहित'''</span>]][[सदस्य_वार्ता: रोहित साव27|<span style="text-shadow:gray 3px 3px 2px;color: black">'''(💌)'''</span>]] ११:१२, २ अगस्त २०२० (UTC)
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== छूटे स्कैन पृष्ठ ==
कई पुस्तकों की स्कैन फाइल में कुछ पृष्ठ छूटे हुए हैं। ऐसे पुस्तकों का परापूर्णन भी अधूरा ही होगा। क्या ऐसे पृष्ठों और पुस्तकों को याद रखने के लिए किसी श्रेणी, सांचा या पृष्ठ बनाने की जरूरत है या चौपाल पर सूचना देना पर्याप्त है? सदस्यों का सुझाव आमंत्रित है। उदाहरण के लिए [[पृष्ठ:भ्रमरगीत-सार.djvu/१३६]] के बाद अगले पृष्ठ के बीच कुछ पृष्ठ छूट गए लगते हैं। पद १३१ के बाद सीधा १३७ आ गया है। [[सदस्य:अनिरुद्ध कुमार|अनिरुद्ध कुमार]] ([[सदस्य वार्ता:अनिरुद्ध कुमार|वार्ता]]) ०८:५६, १७ अगस्त २०२० (UTC)