"पृष्ठ:भ्रमरगीत-सार.djvu/२११": अवतरणों में अंतर

No edit summary
पन्ने की स्थितिपन्ने की स्थिति
-
अशोधित
+
शोधित
पन्ने का मुख्य पाठ (जो इस्तेमाल में आयेगा):पन्ने का मुख्य पाठ (जो इस्तेमाल में आयेगा):
पंक्ति १: पंक्ति १:
ऊधो! मन की मन ही माँझ रही।
<poem>{{block center|{{gap|3em}}ऊधो! मन की मन ही माँझ रही।
कहिए जाय कौन सों, ऊधो! नाहिंन परति सही॥
कहिए जाय कौन सों, ऊधो! नाहिंन परति सही॥
अवधि अधार आवनहि की तन, मन ही विथा सहीं।
अवधि अधार आवनहि की तन, मन ही विथा सहीं।
चाहति हुती गुहार जहाँ तें तहँहि तें धार वही॥
चाहति हुती गुहार<Ref>(१) गुहार=रक्षा के लिए दौड़।</ref> जहाँ तें तहँहि तें धार वही॥
अब यह दसा देखि निज नयनन सब मरजाद ढही।
अब यह दसा देखि<Ref>(२) देखि=देख तू।</ref> निज नयनन सब मरजाद ढही।
सूरदास प्रभु के बिछुरे ते दुसह वियोग-दही॥३४३॥
सूरदास प्रभु के बिछुरे ते दुसह वियोग-दही॥३४३॥}}</poem>
राग मलार
{{C|{{larger|'''राग मलार'''}}}}
स्याम को यहै परेखो आवै।
<Poem>{{block center|{{gap|3em}}स्याम को यहै परेखो आवै<Ref>(३) यहै परेखो आवै=यही बात मन में सोचती हूँ।</ref>।
कत वह प्रीति चरन जावक कृत, अब कुब्जा मन भावै॥
कत वह प्रीति चरन जावक कृत<Ref>(३) (४) कृत=किया, बनाया।</ref>, अब कुब्जा मन भावै॥
तब कत पानि धयो गोबर्द्धन, कत ब्रजपतिहि छड़ावै?
तब कत पानि धयो गोबर्द्धन, कत ब्रजपतिहि छड़ावै?
कत वह वेनु अधर मोहन धरि लै लै नाम बुलावै?
कत वह वेनु अधर मोहन धरि लै लै नाम बुलावै?
पंक्ति १५: पंक्ति १५:
जिन मुख दए अमृत रसना भरि सो कैसे विष प्यावै?
जिन मुख दए अमृत रसना भरि सो कैसे विष प्यावै?
कर मीड़ति पछताति हियो भरि, क्रम क्रम मन समुझावै।
कर मीड़ति पछताति हियो भरि, क्रम क्रम मन समुझावै।
सूरदास यहि भाँति वियोगिनी तातें अति दुख पावै॥३४४॥
सूरदास यहि भाँति वियोगिनी तातें अति दुख पावै॥३४४॥}}</poem>
सखी री! मो मन धोखे जात।
<Poem>{{block center|{{gap|3em}}सखी री! मो मन धोखे जात।
ऊधो कहत, रहत हरि मधुपुरि, गत आगत न थकात॥
ऊधो कहत, रहत हरि मधुपुरि, गत आगत<Ref>(५)गत आगत=आते जाते।</ref> न थकात॥}}</poem>
. .(१) गुहार = रक्षा के लिए दौड़ । (२) देखि = देख तू । (३) यहै परेखो
आवै = यही बात मन में सोचती हूँ। (४) कृत = किया, बनाया। (५)
गत श्रागत = आते जाते ।
पन्ने का निचला पाठ (noinclude):पन्ने का निचला पाठ (noinclude):
पंक्ति १: पंक्ति १:
{{rule}}
{{Reflist}}