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भूण थारा बारे मास
गहरे कुएं की जगत पर लगी काठ की घिर्री यानी भूण बारह महीने घूमता है, पाताल का पानी ऊपर लाता रहता है। भूण को मरुभूमि में बारह महीने काम करने का अवसर है। और इन्द्र को? इंद्र की तो बस एक घड़ी है:
भूण थारा बारे मास
इंदर थारी एक घड़ी।
यह कहावत इंद्र के सम्मान में है या कि भूण के-ठीक-ठीक कहा नहीं जा सकता। एक अर्थ है कि इन्द्र देवता एक घड़ी भर में एक बार में ही इतना पानी बरसा जाते हैं जितना बेचारा भूण बारह महीने घूम कर दे पाता है तो दूसरा संकेत यह भी है कि मरुभूमि में देवताओं के देवता इंद्र के लिए बस एक घड़ी लिखी है पर भूर्ण तो बारह महीने चलता है।