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पंचवर्षीय योजना
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दो वर्ष बाद दिखाऊ मंत्रि-मण्डल फिर बन गया), मध्य-प्रदेश, आसाम (पीछे अगस्त '४२ मे वहॉ, लगभग तीन वर्ष बाद, मत्रिमण्डल बन गया) तथा संयुक्त-प्रान्त मे गवर्नरों ने इंडियन सिविल सर्विस के सदस्यो की सलाह से शासन करना शुरू कर दिया। इस समय भारत के ६ प्रान्तो मे नौकरशाही शासन है।






पंचम पंक्ति या दल--(फिफ़्थ कालम) इन नीति का स्रजन और प्रथम प्रयोग स्पेन के गृह-युद्ध (१९३६-३९) के समय हुआ। स्पेन के गृह-युद्ध मे प्रजातन्त्र-द्रोही जनरल फ्रांको के एक सहयोगी, जनरल मोलर, ने भी भाग लिया। फ्रांको के नियत्रण मे देशद्रोही सेना के चार दस्ते प्रजातत्र सरकार की फ़ौज पर आक्रमण कर रहे थे। उस समय जनरल मोलर ने कहा--"हमारा पंचम दल पहले से ही नगर में है। वह मैड्रिड को हस्तगत करने मे हमारी बडी सहायता करेगा।" यह स्पष्ट है कि 'पॉचवे दल' से उसका अभिप्राय, उन मैड्रिड-निवासियो से था, जिनकी आन्तरिक सहानुभूति जनरल फ्रांको के साथ थी। जनरल फ्रांको के गुप्तचर तथा छद्मवेशी कर्मचारी गुप्त रूप से प्रजातंत्र सरकार से मिलकर फ्राको की विजय की बुनियाद डाल चुके थे। हर हिटलर ने भी स्पेन की इस युद्ध-कला का ख़ूब प्रयोग किया है।

पंचवर्षीय योजना--सोवियत रूस ने, आर्थिक-जीवन के निर्माण के लिये, सबसे पहले सन् १९२७ मे, पॉच वर्षों के लिये, कार्यक्रम निर्धारित किया। इस कार्यक्रम में आधारभूत उद्योगों के विकास पर सबसे अधिक ज़ोर दिया गया। जनता ने, अभाव की अवस्था में होने पर भी, इस योजना में सहयोग दियो। सन् १९३२ मे पॉच वर्ष के लिये फिर एक कार्यक्रम बनाया गया। इसी प्रकार सन् १९३७ मे १९४२ ई० तक के लिये तीसरी पंच-वर्षीय योजना