यह पृष्ठ प्रमाणित है।
१३८
तटस्थता
 

ब्रिटेन जाती थी। सन् १९२४ में यहाँ समाजवादी सरकार थी और उसने इसे निःशस्त्र बना दिया। पर पिछले कुछ सालों में देश-रक्षा के लिये थोड़ा प्रयत्न किया गया है। ८ अप्रैल १९४० की रात को जर्मन-सेनाओं ने डेनमार्क पर आक्रमण किया। डेनमार्क की सरकार ने प्रतिवादपूर्वक आत्मसमर्पण कर दिया। यद्यपि डेनमार्क तटस्थ था, फिर भी जर्मनी ने हमला करके उसे अपने अधीन कर लिया। सिर्फ दो कारणों से ऐसा किया गया—एक तो नार्वे पर आक्रमण करने के लिये जर्मनी दस देश को अपना हवाई अड्डा बनाना चाहता था, दूसरे डेनमार्क की कृषि-पैदावार से भी वह फायदा उठाना चाहता था।



डेल आइरीन—आयरिश स्वतंत्र राज्य की पार्लमेंट की द्वितीय परिषद्।

 




 


तटस्थता—राष्ट्रों में परस्पर युद्ध होने पर उसमें भाग न लेने की स्थिति। अन्तर्राष्ट्रीय विधान के अनुसार तटस्थ देश को युद्ध में किसी प्रकार भी भाग न लेना चाहिये। उसे किसी भी विग्रही राष्ट्र के सैन्य-सङ्गठन में न बाधा डालनी चाहिये और न सहायता ही देनी चाहिये। यदि उसकी तटस्थता में कोई बाधा डाली जाय तो उसे आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है। जो विग्रही देश तटस्थ देश की तटस्थता को भंग करने के लिए हवाई यानों अथवा नौसेना का प्रयोग करे, उसके विरुद्ध बलप्रयोग का उसे पूरा अधिकार है। तटस्थ देश में होकर विग्रही राष्ट्र की सेना को न मार्ग दिया जा सकता और न उस देश के प्रदेश में हवाई सेना या नौ-सेना के अड्‌डे ही बन सकते हैं,