पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 3.pdf/५७१

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सांकेतिका ब्रिटिश उपराज प्रतिनिधि, नेटाल सरकार द्वारा भारतीयों के साथ बरती गई भेदभावकी नीतिसे नाराज, १२६; -की सिफारिशसे भारतीयोंपर लगाये १० पौंडी शुल्क स्थगित, १२७; -द्वारा भारतीयोंकी मदद, १२७ ब्रिटिश एजेंट, १, ११, ६२, ६८ पा० टि०, ७५, ८३-८४, ९३, १०४-५, १२०, १९६-९८, २९१, ३५८, ४१७, ४३७, ४५१३ -द्वारा भारतीयोंकी सहायता के लिए ब्रिटिश उच्चायुक्तको तार, १२७ ब्रिटिश प्रजाजनमें भारतीय शामिल नहीं, १०७ ब्रिटिश प्रतिनिधि ( जोहानिसबर्ग) का अधिकारियोंसे मिलना और भारतीयोंको राहत दिलाना, १२५ ब्रिटिश भारतीय; -समाजका आदिवासियों के साथ रखे जानेपर विरोध, ३९७; समाजका लॉर्ड कर्ज़नको प्रार्थनापत्र, ५६, समाजकी ओरसे शाही महमानों को अभिनन्दनपत्र, २१५; -समाजके खिलाफ दायर किये गये मुकदमे सरकार द्वारा वापस, ४१८; -समाजके लिए लॉर्ड मिलनर के भाषणके अन्तिम शब्द अत्यन्त संग्रहणीय, ४०६, -समाज द्वारा रानीको अभिनन्दन- पत्र, ७१; समाज द्वारा रिक्शोंके उपयोगसे वंचित रखनेवाले उपनियमका विरोध, १८३-८४ -समाज द्वारा बम्बई के भूतपूर्व गवर्नरको अभिनन्दनपत्र, १९९; -समाज द्वारा लॉर्ड मिलनरको अभिनन्दनपत्र, २२५ -२६; -समाज द्वारा सम्राज्ञीको पुत्र-शोक में सम- वेदना प्रेषित, १६५: -समाजसे गोरे लोगोंकी घृणाका कारण व्यापारिक ईर्ष्या, २६२ ब्रिटिश भारतीय संघ (ब्रिटिश इंडियन असोसिएशन), ११२, ३०६, ३१५, ३१७-१९, ३५५, ३५७, ३७६-७७, ४१९; और लॉर्ड मिलनर, ३२४; -के एक शिष्टमण्डलकी लॉर्ड मिलनरसे भेंट, ३२४-३१; द्वारा प्रवासी-अधिनियम तथा अन्य प्रस्तावित कानूनोंके विरुद्ध प्रस्ताव पास, ३४१; -द्वारा भारतीयोंकी कठिनाइयों के बारे में गवर्नरको प्रार्थनापत्र, ३४७-५५ ब्रिटिश राज्यमें बोअर- राज्यसे अधिक कठोरता, ४४७ ब्रिटिश संविधान, ४, १७४, १७८ पा० टि०, १८३, ३२६, ३६५, ४१३, ४२८, ४३१, ४५६, ४६७, ४८१; में व्यक्तिगत स्वतन्त्रताके प्रति आदर, ३१७ ब्रिटिश संसद, ६२, १०८, १९७, २२७, ३७६, ४१४, ४५९; -में पूछा गया प्रश्न एक बड़ी भूल, २५० ब्रिटिश संस्था, १७५ ब्रिटिश समिति (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस), १४ पा० टि०, १७ पा० टि०, २०४, २५४, ३०४ पा० टि०, ब्रिटिश सरकार, ६६, ९१, २३६, २६५, ३१४, ३२४, ३२८, ३५१, ३५४, ३६३-६५, ४२९, ४४८, ४५०-५२, ४५६, ४६०; के दखल देनेके भयसे बोअर-सरकार द्वारा भारतीय-विरोधी कानूनों को लागू ५२९ करने में ढिलाई, २९३३ -कमजोरोंकी रक्षा के लिए विल्यात ३५५ ब्रिटिश साम्राज्य, १२१, २२८, ४५७, ४६०, ४६४, ४९० ब्रिटेन, १०, २७, ६२, १०३, १२४, १९० पा० टि०, ३१७, ३३७, ३५८, ३९१, ४१०-१२, ४५७ पा० टि० ४५८-५९ बृएम, ४९९ ब्लूमफॉटीन, १, ६८, पा० टि०, ९४, १५४, ३२१, ३९६, ४७२; -के निगम और शासनका नियमन करनेवाले अध्यादेशकी कुछ धाराएँ, ४२६-२७ मंडारकर, ११२ भयाद, १४० भागवत, २३४ पा० टि० भाटे, २४२, २५२ भान, कासिम, १०६ भ भारत, ९-११, १४-१५, १९, ५५-५६, ५८, ६२-६३, ६५, ८४, २०३, १२४, १२६, १६२- ६३, १६८, १७३-७४, १७९, १९० पा० टि०, १९५ पा० टि०, २०२, २११, २१५, २२१, २२२, २२६-२९, २३१, २६०, ३२३, ३४६, ३५५, ३५७, ३७१, ३७५, ३८३-८४, ३८७, ३९०, ३९२, ४०१, ४०४, ४१०, ४२२-२३, ४२८, ४५७-५८, ४६६, ४७१, ४७८-७९, ४८८ - ९०; -अकालके पंजे में, ३७३ -का तमाम युद्धों में योगदान, ४०९, का सिपाही विद्रोह, ३८३;-में म्यूनिसिपल स्वायत्तशासन, ३६६ भारत-कार्यालय, १७९, २११, २९९ भारत-मन्त्री, १६, ११२, १७८ पा० टि,० २०२ पा० टि०, २७७ पा० टि०, ३०२ पा० टि०, ३१८ पा० टि०, ३४५ पा० टि०, ३९२, ४२३, ४७९ पा० टिο भारत-सरकार, १४, ४०, ६५, १७८ पा० टि०, २३५ पा० टि०, २५७, २७३, २९६,२९८, ३२८, ३४५-४६, ३६२, ४०४, ४२१, ४२३, ४५९- ६०, ४६६, ४७१, ४७६, ४८९-९०९ -का भारतसे बाहर भारतीयोंके अधिकारोंको मिट जानेसे बचानेके लिए हस्तक्षेप करना आवश्यक, ५६:-का भारतीयोंकी हित-रक्षा विशेष कर्तव्य, ४२२;-को प्लेग के मामले में अपने छोटे-छोटे अफसरोंपर भरोसा नहीं, ६६ भारतीय अकाल-निधि, १७९ भारतीय अस्पताल, १५५ भारतीय आहत सहायक दल, १३७-४०, १४४-४५, १४७-४८, १५७-५९, १९३, २३७, २३९, २७९, ३७३ पा० टि०, ४६३ पा० टि०, Gandhi Heritage Portal