पृष्ठ:पुरातत्त्व प्रसंग.djvu/१४१

यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
मिशमी जाति



स्टेट्स्मैन-नामक समाचार पत्र में मिशमी जाति के विषय में एक लेख, कुछ समय पूर्व, निकला था। उसमें मनोरञ्जन की विशेष सामग्री है। अतएव उसका आशय नीचे प्रकाशित किया जाता है--

पाठक शायद कहेंगे कि यह मिशमी देश कहाँ से कूद पड़ा; इसका तो नाम तक हम लोगों ने नहीं सुना था। इसमें सन्देह नहीं कि हिन्दी-भाषा-भापियों में से बहुत कम लोगों ने इस देश या प्रान्त का नाम सुना होगा। अपने प्रान्त से यह है भी बहुत दूर। यह प्रान्त भारत के ठेठ उत्तर-पूर्वी कोने में चीन की सीम- से मिला हुआ है। इसके निवासी अर्द्ध-वन्य हैं भौर वड़े ही कर-की हैं। कई वर्ष हुए, इन वर्वर मिशमियों ने विलियमसन और डाक्टर ग्रेगसन नाम के दो अँगरेज़- अकसरो को जान से मार डाला था। इन लोगों की निवासभूमि आसाम के सदिया-प्रान्त के पास है। चीन की सीमा से मिला हुआ होने के कारण मिशमी-प्रदेश पर चीन की सरकार की नजर पड़ने लगी। यह बात भारतीय गवर्नमेंट को पसन्द न आई। फल यह हुआ