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परीक्षागुरु.
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और मदनमोहनकी मित्रता देखकर आपकी छातीपर सांप लोटता है. आपनें हमारा परस्पर बिगाड़ करानें के लिये कुछ थोड़े उपाय किये? मदनमोहनके पिताको थोड़ा भड़काया? जिस दिन मेरे लड़के की बरातमैं शहरके सब प्रतिष्ठित मनुष्य आए थे उन्को देखकर आपके जीमैं कुछ थोड़ा दुःख हुआ? शहरके सव प्रतिष्ठित मनुष्योंसै मेरा मेल देखकर आप नहीं कुढ़ते? आप मेरी तारीफ़ सुनकर कभी अपनें मनमैं प्रसन्न हुए? आपनें किसी काममैं मुझको सहायता दी जब मैंने अपने लड़के के विवाहमैं मजलिस की थी आपने मजलिस करनेंसै मुझे नहीं रोका? लोगोंके आगे मुझको बावला नहीं बताया? बहुत कहनें सै क्या है? आज ही मदनमोहनका मेरा बिगाड़ सुन्कर कचहरीसै वहां झटपट दोड़गए और दो घंटे एकांतमैं बैठकर उस्को अपनी इच्छानुसार पट्टी पढ़ा दी परन्तु मुझको इन बातोंकी क्या परवा है? आप और वह दोनों मिल्कर मेरा क्या करसक्ते हो? मैं सब समझलूंगा"

लाला ब्रजकिशोर ये बातें सुन, सुनकर मुस्कराते जाते थे. वह अब धीरज सै बोले "भाई! तुम बृथा वहम का भूतबनाकर इतना डरते हो. इस वहमका कुछ ठिकाना है? तुम तत्काल इन बातोंकी सफाई करते चलेजाते तो मनमैं इतना वहम सर्वथा नहीं रहता. क्या स्वच्छ अतःकरण का यही अर्थ है? मुझको जलन किस बात पर होती? तुम अपना सब काम छोड़कर दिन भर लोगोंकी हाज़री साधते फिरोगे, उन्की चाकरी करोगे, उन्को तोहफ़ा तहायफ़ दोगे? दस, दस बार मसाल लेकर उन्के घर बुलानें जाओगे तो वह क्यों न आवेंगे? अपनें गांठ की